नारी तुम झुकना मत कभी अहम तो कभी वहम के आगे तुम बढ़ना और बढ़ते रहना। नारी तुम झुकना मत कभी अहम तो कभी वहम के आगे तुम बढ़ना और बढ़ते रहना।
वेदों को भले ही ना पहचानो कुरान बाइबिल को ना मानो एक ईश्वर है एक सत्य है एक हो तुम और एक ज... वेदों को भले ही ना पहचानो कुरान बाइबिल को ना मानो एक ईश्वर है एक सत्य है ...
वक़्त जैसा साथी जीवन में कहीं मिलेगा भी नहीं आपको जो हमें कोई भी कार्य करनें से पहले , एकबार दिल क... वक़्त जैसा साथी जीवन में कहीं मिलेगा भी नहीं आपको जो हमें कोई भी कार्य करनें स...
जो छुवन थी वो हाथों में रह गयी है। बातें भी इतनी थी कि कहनी रह गयी है ये क्या प्यास है जो मिलने ... जो छुवन थी वो हाथों में रह गयी है। बातें भी इतनी थी कि कहनी रह गयी है ये क्या...
आज जीवन आजाद, खुली हवा में सांस. आज जीवन आजाद, खुली हवा में सांस.
अब मानव का संपूर्ण समय जागीर है इसकी और उसकी अधीरता शक्ति है इसकी। अब मानव का संपूर्ण समय जागीर है इसकी और उसकी अधीरता शक्ति है इसकी।